तुम मेरे
हो.......
आज भी तन्हाइयों मे अक्सर तुम्हारी याद आती है , आँसू नहीं दिखते है पर दिल बहुत रोता है|
आज जीवन मे कही कोई कमी सी लगती है कुछ खालीपन सा लगता है , कहा हो , कैसे हो कुछ तो बता दो ,वादा है मेरा तुमसे मिलने नहीं आऊँगी बस अपना पता दो ।
आज भी दिल के एक कोने मे तुम हो तुम्हारी यादे है, तुम्हारी बाते है, तुम्हारा एहसास है,
कुछ टूटे हुये सपने है, कुछ टूटे हुये वादे है, तुम्हारे न होने का एहसास है........फिर भी लगता है तुम यही कही आस – पास हो ....?
आज भी मेरे सपने मे तुम चपके से आकर मुझे जगा जाते हो, अपने होने का एहसास करा जाते हो ...कुछ कीमती पल साथ बिता जाते हो |
ढुढ़ती हु वही सपनों का पल हकीकत मे चाहती हु तुमको महसूस करना , तुमसे बात करना अपने सपने को सच करना, वादो को पूरा करना ...........पर यकी है तुम कही नहीं हो ....कही नहीं हो .....
तुम हकीकत मे रहो या न रहो मेरे लिए यही काफी है की मेरे सपनो मे तुम सिर्फ मेरे हो...सिर्फ मेरे हो