कभी फुर्सत हो तो चले आना
अपनी व्यस्तताओं से समय निकाल कर
कुछ पल उधार दे देना
उस एक पल में गुजार लेना पूरी जिंदगी मेरे साथ
कुछ मेरी सुन लेना कुछ अपनी सुना देना
जैसे मिले थे हम पहली बार
मिलेंगे फिर एक बार उसी
शर्मो हाय के साथ
लब्ज़ों को खामोश रखकर
सुनेंगे एक दूसरे की खामोशियो को
महसूस करेंगे एक दूसरे की धड़कनो को
जी लेंगे एक दूसरे के एहसासो के साथ
चुरा लेंगे कुछ फुर्सत के पल एक दूसरे के लिए
ढूंढ लेंगे कुछ सवालो के जवाब एक दूसरे से
कभी फुर्सत हो तो चले आना.....|
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