अक्सर खयाल बनकर
आ जाते हो सिरहाने
गहरी सांसो की
खुशबू बनकर बस
जाते हो धड़कन में
आहट मुस्कुरा पड़ती है
मन की चौखट को छूते ही
थाम लो मुझे इस रात
बनकर ख्वाब मेरे
सो जाऊँ मैं उस
ख्वाब में तुम्हारे संग
और बस तुम्हारी हो जाऊं...।।
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