फूलों को, अकेले में रोते हुए देखा है....!
Translateलोग कहते है रात में, ओंस गिरती है....
हमने तो फूलों को, अकेले में रोते हुए देखा है....!
कहते है चाँद और सूरज का कोई मेल नहीं
हमने तो रात होते ही सूरज को चाँद से मिलते देखा है...!
कहते है जब फूल गिरते है तो पतझड़ आती है
हमने तो बहार में भी फूलो को भी गिरते हुए देखा है...!
नफ़रत कब करे और मुहब्बत कब करे
प्यार के मौसम में भी प्यार को बिछड़ते देखा है....!
कसूर क्या था हमारा और हमारी चाहत का
खुद को तेरी याद में पल- पल रोते हुए देखा है...!
हमने तो फूलों को, अकेले में रोते हुए देखा है....!
कहते है चाँद और सूरज का कोई मेल नहीं
हमने तो रात होते ही सूरज को चाँद से मिलते देखा है...!
कहते है जब फूल गिरते है तो पतझड़ आती है
हमने तो बहार में भी फूलो को भी गिरते हुए देखा है...!
नफ़रत कब करे और मुहब्बत कब करे
प्यार के मौसम में भी प्यार को बिछड़ते देखा है....!
कसूर क्या था हमारा और हमारी चाहत का
खुद को तेरी याद में पल- पल रोते हुए देखा है...!