जीवन का एक वर्ष और बीत चला
कुछ पुरानी यादें छोड़ चला
कुछ नए रिश्ते जोड़ चला
कुछ खवाहिशे पूरी हुई कुछ रह गयी अधूरी
बहुत कुछ बिन मांगे ही मिल गया
बहुत कुछ मिलने की आस रह गयी
कुछ लोग जुदा हो गए हमसे
कुछ नए लोग जुड़ेंगे इस नए सफर में
कुछ मुझसे बहुत ख़फ़ा है... .तो
कुछ दिल के बहुत करीब
कुछ उम्मीद बाकि है तो कुछ तमन्नाये अधूरी
दुआ है ख़ुदा से पूरी हो जाये सारी उम्मीदें
सारी खवाहिशे, सारे सपने,
मिल के साथ चले हम
नए साल के इस नए सफर में ... |
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