अधूरी चाहत
चाहा
जिसको
बेपनाह
मेरी चाहत तुम थे
मेरी इबादत तुम थे
फिर क्यों रह गयी मेरी इबाबत अधूरी
आज भी हैं आँखों में ख्वाब तुम्हारे
आज भी हैं इंतज़ार तेरा
तुम दिल मेरा तुम धडकन मेरी
सांस भी तुम ही थे
फिर क्यूँ रह गयी मेरी साँस अधूरी
क्यूँ रह गयी मेरी चाहत अधूरी
तुम ही राह मेरी तुम ही मंजिल मेरी
बिछड़ गए क्यों रास्ते में फिर
रह गयी मेरी राह अधूरी
और फिर रह गयी मेरी चाहत अधूरी
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