" जीवन की खूबसूरती "
ये जीवन बहुत ही खूबसूरत है | ये जीवन आनद और खुशियो से भरा हुआ है ,हर तरफ मस्ती और खुशिया फैली
हुयी है | लेकिन ये जीवन कभी भी एक समान नहीं रह सकता ,कभी भी एक जैसा नहीं रह सकता ,अगर आज
ह्मे खुशी मिली तो कल हमे दर्द भी मिल सकता है | जिसका सामना करने के लिए हमे हमेशा तैयार रहना
चाहिए |
दुख से घबराकर कभी भी हमे हिम्मत नहीं हारना चाहिए | एक अच्छी सोच रख कर हमे दुख का सामना करना
चाहिए , क्योकि अगर दुख आया है तो उसका अंत भी जरूर होगा |
अगर हम एक बच्चे का उदाहरण ले तो ह्मे जीवन का मतलब मिल जाएगा क्योकि एक बच्चा हमेशा आज मे
जीता है उसको हर एक चीज अभी और आज ही चाहिए होती है | उसकी पूरी दुनिया एक छोटे से खिलौने मे
सिमटी होती है और वो हर सुबह उसी के साथ उठता है उसी के साथ सोता है | वो हर पल खुश रहता है उसके
जीवन मे कल का कोई मतलब ही नहीं है |
तो फिर हम बच्चे जैसे क्यो नहीं बन पाते हमारे पास जितना है हम उसमे खुश क्यो नहीं रह पाते ? ह्मे हमेशा
ज्यादा पाने की ललक क्यो रहती है ?, हम हमेशा किसी के साथ तुलना क्यो करते रहते है ? भगवान ने जितना
दिया हम उसको स्वीकार कर के भगवान को ध्न्यवाद क्यो नहीं कह पाते ?
हमेशा भगवान को ध्न्यवाद कहना चाहिए |
ह्मे हमेशा मुस्कराते रहना चाहिए हर हाल मे , हमेशा अच्छा सोचना चाहिए , दुख को भूल कर खुशी का
एहसास करना चाहिए | फिर देखना जिंदगी अपने आप खूबसूरत हो जाएगी |
ये जीवन बहुत ही खूबसूरत है | ये जीवन आनद और खुशियो से भरा हुआ है ,हर तरफ मस्ती और खुशिया फैली
हुयी है | लेकिन ये जीवन कभी भी एक समान नहीं रह सकता ,कभी भी एक जैसा नहीं रह सकता ,अगर आज
ह्मे खुशी मिली तो कल हमे दर्द भी मिल सकता है | जिसका सामना करने के लिए हमे हमेशा तैयार रहना
चाहिए |
दुख से घबराकर कभी भी हमे हिम्मत नहीं हारना चाहिए | एक अच्छी सोच रख कर हमे दुख का सामना करना
चाहिए , क्योकि अगर दुख आया है तो उसका अंत भी जरूर होगा |
अगर हम एक बच्चे का उदाहरण ले तो ह्मे जीवन का मतलब मिल जाएगा क्योकि एक बच्चा हमेशा आज मे
जीता है उसको हर एक चीज अभी और आज ही चाहिए होती है | उसकी पूरी दुनिया एक छोटे से खिलौने मे
सिमटी होती है और वो हर सुबह उसी के साथ उठता है उसी के साथ सोता है | वो हर पल खुश रहता है उसके
जीवन मे कल का कोई मतलब ही नहीं है |
तो फिर हम बच्चे जैसे क्यो नहीं बन पाते हमारे पास जितना है हम उसमे खुश क्यो नहीं रह पाते ? ह्मे हमेशा
ज्यादा पाने की ललक क्यो रहती है ?, हम हमेशा किसी के साथ तुलना क्यो करते रहते है ? भगवान ने जितना
दिया हम उसको स्वीकार कर के भगवान को ध्न्यवाद क्यो नहीं कह पाते ?
हमेशा भगवान को ध्न्यवाद कहना चाहिए |
ह्मे हमेशा मुस्कराते रहना चाहिए हर हाल मे , हमेशा अच्छा सोचना चाहिए , दुख को भूल कर खुशी का
एहसास करना चाहिए | फिर देखना जिंदगी अपने आप खूबसूरत हो जाएगी |
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