वक्त और किस्मत
कौन, किससे, कब, और कहा मिले....
ये वक्त और किस्मत की बात है,
लेकिन ये मेरी किस्मत थी तू मुझसे मिला,
मैं तुझसे मिली...
एक वक्त था,जब तू मेरे साथ था,
ख़ुशी थी, मुहब्बत थी,जीवन में रंग था
हम दूर होकर भी पास थे,
हरदम एक दूसरे के साथ थे,
वक्त बदला और तुम मुझसे दूर चले गए,
मगर दिल अभी भी तुम्हारे पास है,
किस्मत ने हमे मिलाया था लेकिन .....
किस्मत को ही मंजूर न था हमारा मिलना,
और अपनी किस्मत से हम.......
जुदा हो गए हमेशा के लिए, क्योकि......
मिलना- बिछड़ना ये सब भी तो,
वक्त और किस्मत की बात है |
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