प्यार एक एहसास है, कुछ खास है......
पुरे जीवन के लिए ,
अगर प्यार एक शब्द होता तो मिटा देती
मैं कागज पर लिख कर,
अगर प्यार एक गीत होता तो
भूल जाती उसे एक बार गाकर
अगर प्यार फूल होता, तो
फेक देती उसे बालो में लगा कर,
अगर प्यार औंस की बूँद होता, तो
सूखा देती धुप के खिलने पर,
अगर प्यार एक दिया होता, तो
बुझा देती जला कर......
मगर सच तो ये है की प्यार....
एक एहसास है, चाहत है,
प्यार तुम हो, सिर्फ तुम हो
और तुम्हे ना ही मै मिटा
सकती हूँ अपने जीवन से
ना भुला सकती हूँ, गाकर
ना ही फेंक सकती हूँ
मन की क्यारी से.....
ना ही सूखा सकती हूँ
धुप में और ये जलता हुआ दिया है
जिसे ना ही कभी बुझा सकती हूँ,
क्यों कि.....प्यार एक एहसास है,
प्यार तुम हो, सिर्फ तुम....
जो रहता है सदा मेरे आस -पास.....
बनकर मेरा विश्वास ......|
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें