बुधवार, 7 फ़रवरी 2024

"मैं " से "हम "

 


निकल सको कभी अपने 

"मैं " से निकल कर 

आना मिलने तब कुछ 

सपने पूरे करेंगे "हम "

भूल सको तो भूल जाना 

एक पल "मैं " को 

आना मिलने तब 

साथ मिलकर जिएंगे "हम

मन करे कभी

हम बनकर जीने को 

आना मिलने तब

लगकर गले से जी भर के 

रोएंगे "हम

खो सको कभी 

अपना वजूद किसी में 

आना मिलने तब 

बन कर साया नजर 

आयेंगे "हम

जब तुम "तुम" नही होगे 

मैं "मैं" नही रहूंगी 

तब मिलकर एक नई 

दुनिया बसाएंगे "हम" ।।

 

 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें