जिंदगी कुछ थकी सी है
चलो कुछ पुराने किस्से सुनते है,
फुरसत भी है और इतवार भी
चलो मिलकर चाय पी लेते है ।
कुछ तुम अपनी कहना
कुछ मैं अपनी सुनाउंगी
दोनों मिलकर कुछ दुख बांट लेते है ।
चलो मिलकर चाय पी लेते है ।
कोई किस्सा कभी तुम बुन लेना
कुछ किस्से मैं चुन लुंगी
दोनों मिलकर आज थोड़ा हँस लेते है
कुछ हँसी पल साथ मे जी लेते है ।
चलो मिलकर चाय पी लेते है ।
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