सोमवार, 25 जनवरी 2016

सही सोच .... सही दिशा ॥|


 




आजकल लोगों में निराशावादी विचारधारा आसानी से पनपने  लगा है जिसकी वजह से सकारात्मक सोच एक आसरे की तरह काम करता है जिसका आप सहारा ले सकते हैं। सकारात्मक सोच ऐसा कोई वरदान नहीं है जो सिर्फ उन लोगो के ही   पास होता है जो जीने की कला  सिखाते हैं। यह हर एक के द्वारा   अपनाया जा सकता है। यहाँ पर अगर हम बस कुछ बातो का ध्यान रखे तो हमारी सोच भी सकारात्मक हो जाएगी ........  
           

सबसे पहले घ्यान करे -- ध्यान के वक़्त, जब दिमाग किसी विशेष विचार की ओर केन्द्रित रहता है तो उससे उर्जा बिखरती है। यह उर्जा इंसान के अन्दर मजबूती लाती है जिससे वह आम जीवन में कठिन परिस्थितियों का मुकाबला करने में सक्षम होता है। हर दिन कम से कम 5-10  मिनट तक ध्यान लगाने की कोशिश करें। अपने दिमाग में से सारे विचार निकाल दें। शुरुआत में यह प्रक्रिया कठिन  लगेगी पर अभ्यास से यह काफी आसान हो जाएगा।

 सकारात्मक सोच--- सकारात्मक सोच वाले व्यक्तियों से मिले | इस संसार  में हर एक इंसान के पास किसी भी विषय को लेकर अपना एक विचार  होता  है। सकारात्मक विचारधारा वाले व्यक्तियों से मिलने से आपकी सोच और उद्देश्य भी सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ेंगी, जबकि नकारात्मक सोच रखने वाले लोग आपकी जिंदगी से सकारात्मकता को निकाल देते हैं। ऐसे लोगों के साथ रहे जो आपको सकारात्मक सोच व ऊर्जा  देते हों। आपको अपने आप में परिवर्तन ज़रूर महसूस होगा |


अपने व्यवहार  पर नियंत्रण रखें---  कई बार आपका यह प्रण  करना कि आप कुछ नकारात्मक नहीं सोचेंगे और अपने आस पास फैली नकारात्मकता पर विजयी होंगे, जिंदगी को देखने के आपके नज़रिए को एक नयी दिशा देता है। लोग हमेशा दूसरों को अपनी जिंदगी चलाने का मौका देकर सबसे बड़ी गलती करते हैं। आपको हर हालत में ऐसा करने से बचना चाहिए और अपने जीवन से जुड़े सारे महत्वपूर्ण फैसले खुद लेने चाहिए।


आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि सकारात्मक सोच सकारात्मकता लाती है, जबकि प्रतिकूल सोच रखने वाले नकारात्मकता को अपने पास बुलाते हैं। इसलिए सकारात्मक सोच कर आप अपने आप को नयी संभावनाओं के लिए खुला रखिए और अपनी जिंदगी जीने योग्य के योग्य बनाइये

इस प्रकार हमारा जीवन हमेशा खुशियो से भरा रहेगा और जब हम खुश रहेंगे , तभी हम इस समाज के लिए अपना योगदान दे पाएंगे |