सोमवार, 30 जुलाई 2018

कुछ छूट गया उस पार

छोड़ बहुत कुछ उस तट पर,
हम इस पार  चले आये | 
मणियां, सीप, शंख, सब छूटे    
खाली हाथ चले आये || 

पता नहीं इस तट पर क्या मिलेगा,
पर जो छूट गया उसे कैसे भूलू | 
यादें उनकी छलक  रही है,
जी करता है- जी भर के रो लू || 

देख रही हूँ आँख पसारे,
नया- नया सब दूर छितिज | 
ढूँढ रही हूँ कुछ अपनों को 
इस पार  क्योंकि ..... 
है अनजाने और  सभी अपरिचित || 

माना, मैं  फिर पा  जाउंगी,
नई मणिया, मोती और सीप | 
पर वो मंदिर नहीं मिलेगा 
जहा जलाऊं  मै अपना दीप, 
तन तो चला आया इस पार 
पर मन तो अभी भी वही है उस पार, 
मीत हमारा छूट गया 
नहीं भूलेगा उसका प्यार...... |  

सोमवार, 23 जुलाई 2018

और तुम्हे क्या दूँ

 




दिल दिया दर्द लिया और तुम्हे क्या दूँ 
आँसू लिया ख़ुशी दी और तुम्हे क्या दूँ 

खामोश रही तुम्हे खामोश देखकर 
न कुछ कहा न कुछ सुना 
दे दिए  मैंने अपने अलफ़ाज़  
और  तुम्हे  क्या  दूँ ,

धड़कते रहो तुम मेरे सीने में धड़कन बनकर 
महकते रहो साँसों में  मेरी खुश्बू बनकर 
अपनी साँसे दी अपनी धड़कन दी 
और तुम्हे क्या दूँ ,

कोई देख न ले तुम्हे मेरी आँखों में 
बंद कर ली अपनी आँखे मैंने इस डर  से  
आँखों में भरकर ... नजरो की इनायत दी 
और तुम्हे क्या दूँ, 

दिल दिया दर्द लिया और तुम्हें  क्या दूँ 
आँसू लिया ख़ुशी दी और तुम्हे क्या दूँ...| 



शुक्रवार, 20 जुलाई 2018

मेरी मुस्कुराहट





एक दिन मुझसे मिली मेरी मुस्कुराहट 
आ गयी बिना पूछे बिना आहट 
सोच रही थी की मै मुस्कुरायी कैसे 
तभी कुछ हरक़त हुई मेरी धड़कनो में 
उसकी याद जो आयी थी 
तभी तो मै मुस्कुरायी थी 
सोचकर उसको ख़यालो में 
मै थोड़ा शर्मायी थी 
तभी तो मेरी मुस्कराहट 
मुझसे मिलने आयी थी 
तन्हाइयों की वजह से 
आंसुओं ने बसेरा कर रखा है
मैंने तो अपनी मुस्कराहट भी
उसके नाम कर रखा है  
मुझसे मिलने मेरी 
मुस्कराहट तभी आती है
जब जब मुझे उसकी याद आती है
कह चुकी हूँ मै उससे खयालो में ही सही 
मगर आ जाया करो, मेरी यादों 
में बस जाया करो  
बन कर मुस्कराहट 
मेरे होठो पर बिखर जाया करो   

बुधवार, 18 जुलाई 2018

मन बादल बन कर




मन बादल  बन कर उड़ जाना चाहता है 
तेरे दामन   में बरस जाना चाहता है,

लिपट कर तुझसे तुझको भिगो देना चाहता है 
कुछ अपनी कह कर कुछ तेरी सुनना चाहता है,
 
बना  कर तुझे बूँद  खुद सीप  बन जाना चाहता है
तेरे प्यार की मोती को अपनी चाहत में,
 
 पिरोकर तुझे समेट  लेना चाहता है 
तुझे आँचल में छुपा कर तुझे जहाँ से दूर ले जाना चाहता है,
 
जहा मै हूँ तुम हो, और  बरसात की ये बूंदे 
तुम्हारे साथ प्यार की इन  बूँदो को बंद कर  लूँ मै,

अपनी मुट्ठी में प्यार का बादल  बना  कर 
जब भी आये मुझे याद तुम्हारी,
 
उन बूंदो से भिगो लूँ खुद को 
और फिर बरस जाऊँ तेरे दामन  में....|

छोटी सी है जिंदगी,





बड़ी छोटी सी है जिंदगी,
मगर बहुत खूबसूरत है जिंदगी 
खुशियों  के साथ गम भी दे जाती है जिंदगी 
कुछ खोना और पाना है जिंदगी 
कई यादें दिल में  छोड़  जाती है जिंदगी 
मगर बेहद खूबसूरत है जिंदगी
उससे भी खूबसूरत 
है जिंदगी के जज्बात....किसी का प्यार
प्यार का एहसास 
एहसास  प्यार का  होठो पर मुस्कुराहट लाता है तो 
आँखों में आंसू भी लाता है,
बहुत ही खूबसूरत होता है ये एहसास 
एहसास है तो प्यार का वजूद है 
प्यार है तो ख़ुशी है, जिंदगी है
क्योकि बड़ी छोटी सी है  मगर बहुत 
खूबसूरत है जिंदगी .... | 

गुरुवार, 12 जुलाई 2018

फूल पलाश के






जब जब मेरे घर आना तुम,  
फूल पलाश के ले आना तुम..... 

ख्वाबो से निकल कर हकीकत में आना तुम
अपनी खुशबू से घर  मेरा भर जाना तुम 
 फूल पलाश के ले आना तुम..... 

जब भी उदास हो जाओ तुम,
जब भी आये याद तुम्हे मेरी,
आ  जाना  मेरी बाहों में.... 
समां जाना मेरी आँचल में तुम
फूल पलाश के ले आना तुम..... 

दिल से दिल के  मिलने तक 
लबो पर  बात आने तक..... 
साथ मेरे रह जाना तुम 
खुशियों से मेरा  दामन भर जाना तुम, 
फूल पलाश के ले आना तुम ....|  

बुधवार, 11 जुलाई 2018

काश..... एक दिन




काश..... कभी एक दिन ऐसा आये 

ये पल, ये लम्हा यही ठहर जाए 

मै पलके बंद करू और ये उम्र गुजर जाए
 
मेरे पास तुम बैठो और वक्त थम जाए

काश..... वो दिन फिर से लौट आये 
 
 तुझसे  मिलने की कोई वजह मिल जाये 

साथ बिताया हुआ वो पल मिल जाए 

बंद कर लूँ मै अपनी आँखे....क्या पता  ख्वाबो,
 
में  गुजरा हुआ कल  मिल जाए, 

अपने दर्द को लब्जो में कैसे  बयां करू,

काश.... तू मेरी खामोशियो को समझ जाए

और.... एक दिन ऐसा आये..... कि, 

ये पल, ये लम्हा यही ठहर जाए...| 

गुरुवार, 5 जुलाई 2018

बस दो पल






अगर दो पल मिल जाये जिंदगी से.....  

तो जी लूँ मै अपनी जिंदगी अपने हमसफ़र के साथ,
कुछ उसकी सुन लूँ, कुछ अपनी सुना लूँ...  

उसकी कुछ महक ले लूँ, अपने कुछ एहसास दे दू, 

थोड़े से आँसू, तोड़ी सी हंसी लेकर उससे, 

समेट  लूँ उसे  अपने दामन में...... 

उसका एक साया छुपा लूँ अपने आँचल में 

यादों का एक संदूक बना कर, 

कुछ ख्वाब बंद कर दूँ ... 

कुछ ख्वाहिशे संभाल लूँ .... 

बस दो पल  मिल जाये अगर जिंदगी से   

मंगलवार, 3 जुलाई 2018

कुछ अनकही बातें,






दिल ही  दिल में रह गयी.... 

दिल की कुछ अनकही बातें,
होठों पर बस गयी आकर....

कुछ अनचाही मुस्कुराहटें,
बाते जो अधूरी रह गयी दिल में... 

बन गयी एक किताब तेरी यादों की,
नम हो जाती है आँखे,

तेरी याद में जब भी मै.... 

यादों की किताब को पढ़ती हूँ,

 दिल तो चुप रहता है.....मगर  

पन्ने  रो पड़ते है,

लब तो खामोश रहते है....मगर 

आंसूं बहने लगते है,

नजरे तेरी राह  देखती है....मगर 

कदम पीछे हट जाते है,

तुम बिन रह गया बहुत कुछ,
अनकहा और अधूरा.... 
अधूरी मुलाकाते, अधूरी बातें,

अधूरे दिन अधूरी राते,
रह गयी मै भी अधूरी,
दिल में लेकर कुछ अनकही बातें....!