गुरुवार, 16 नवंबर 2017

नहीं हो तो तुम.....





 

 
 
तेरी बातें  तेरी यादें सब कुछ है साथ मेरे...
.............बस नहीं हो तो तुम ।
हर पल तेरी यादों का कारवां  रहता है,
हर पल तेरे प्यार का साया रहता है,
तेरी बाते  तेरी मुस्कुराहटें सब है साथ मेरे...
...............बस नहीं हो तो तुम ।
तेरा रूठना मेरा मनाना सब याद हैं,
कितने नादां थे हम  जो ऐसे रुठा करते थे ,
कितने हसीन पल थे वो जब हम साथ  थे ,
वो नादानियाँ वो पल सब साथ है मेरे...
..............बस नहीं हो तो तुम ।
जो पलकें कभी भीगी थी तेरे दूर चले जाने पर,
आज भी तुम्हें याद करके मेरी पलकें  नम हो जाती है
तेरी यादों का कारवां मुझे ले जाता है अपने साथ
फिर खो जाती हूँ मैं तेरी यादों की गली मे ,
वो यादों की गलियाँ , वो भीगी पलकें सब हैं मेरे साथ...
................बस नहीं हो तो तुम ।
 
 
 
 
 
 

 

 

शुक्रवार, 3 नवंबर 2017

तुम मिले .....





कुछ तो जुड़ रहा था तेरे दिल से मेरे दिल तक जब तुम मिले थे ...

कुछ तो मिल रहा था तेरे मन से मेरे मन तक जब तुम मिले थे ,

हर लम्हा मेरा  ठहर गया था जब तुम मिले थे ..

उस वक्त मे कुछ तो खास रहा होगा  जब तुम मिले थे ...

बरस रही थी हर तरफ प्यार की बुँदे जब तुम मिले थे ...

हो रहा था कुछ अजीब सा एहसास जब तुम मिले थे ...

तेरी  झुकी पलके कर रही थी कुछ इशारे जब तुम मिले थे ..

कुछ तो अलग था तेरे दिल की धड़कन मे  जब तुम मिले थे ...

कितनी बेताब थी मेरे दिल की धड़कन जब तुम मिले थे...

बदलने  लगे मेरे ख्वाब  हकीकत मे जब तुम मिले थे ...

जीना आ गया था मुझे पाकर साथ तुम्हारा जब तुम मिले थे  ...

रश्क था मुझे अपने नसीब पर की मुझे तुम मिले सिर्फ तुम मिले .....|