मंगलवार, 29 सितंबर 2015

अरमानों की महफ़िल ........

अरमानों की महफ़िल मे
कभी आकर तो देखो,
सपना उसमे कोई सजाकर देखो।
उसका प्यार  दिल मे बसाकर देखो।
जिदंगी बहार बन जाएगी,
जरा करीब उसकेआकर तो देखो।


सासो मे बन कर संगीत ,
बस जाएगा वो,
गीत कोई उसके गाकर तो देखो।
फूलो से महक उठेगी,
जीवन की बगिया ,
जीवन मे उसके फूल खिलाकर देखो।
जरा करीब उसके आकर तो देखो।



सोमवार, 28 सितंबर 2015

आशा और निराशा...|

आज हमारे जीवन में तनाव बढ़ रहा है।आज के समय मे हमारे पास खुद के लिए ही समय नही है, हम दूसरों के 

लिए समय कहा से निकाल सकते है। आप खुद सोचिए ....क्या ये सही है | हम हर पल तनाव मे जी रहे है | कही 

से कोई आशा नहीं है की हम तनाव मुक्त जीवन कब जी सकेंगे | 


.... लेकिन देखा  जाए तो सब कुछ हमारे हाथ मे है |  हम भी बेफिक्र होकर तनाव मुक्त जीवन जी सकते है | 

रुकावट ,दुख, नुकसान तो  जीवन के सत्य है , जो हर इंसान के जीवन मे जरूर आते  है | जब भी हम अपने 
जीवन से या अपने किसी करीबी से ज्यादा पाने की इच्छा रखते है और हमे वो नहीं मिलता तो हमे तुरंत अवसाद हो जाता हमे  तुरंत चिंता  हो जाती है और   निराशा् तुरंत हमारे जीवन में घर कर लेती है |

जब हमे अपनी मर्जी के अनुसार कुछ नहीं मिलता तो हम निराश हो जाते है | 

लेकिन अगर हम अपनी असफलता को दूसरे रूप मे ले तो भगवान हमे सफलता का रास्ता दिखाता है | लेकिन 

  ,हम इतना ज्यादा निराश हो चुके होते है की हमे वो दूसरा रूप या रास्ता दिखता ही नहीं है और न ही हम 
देखने की कोशिश करते है | 

भगवान तो हमारे साथ हमेशा रहता है चाहे हम दुखी हो या सुखी | बस हमे अपने दुख मे हिम्मत रखने की
 जरूरत होती है .... आशा की किरण तो भगवान दिखाता है बस  हमे देखने की जरूरत होती है |


अगर हम अपना मन शांत रख कर उस रास्ते पर चलने की कोशिश करे जो हमे  अपने दुख के कारण दिख नहीं रहा था तो जरूर हमे भी सफलता मिलेगी और वो सब कुछ हासिल होगा जो हम अपने जीवन से चाहते है |

बस हमे सकारात्मक सोच के साथ आगे कदम बढ़ाने की जरूरत है |जब हमारी सोच सकारात्मक होगी तो हमे

हर तरफ नई आशा की किरण दिखेगी ,नए रास्ते दिखेंगे ,नयी मंज़िले मिलेंगी | 

जरूरत है तो बस सकारात्मक  सोच के साथ एक नयी सुबह से शुरुआत करने की ..........| 




शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

आज का दिन ...... शिक्षक दिवस |

गुरु ......हमारे जीवन मे गुरु का सबसे बड़ा महत्व है , अगर गुरु न हो तो हमे सही - गलत बताने वाला कोई नहीं
 है | कहते है पहली शिक्षा हमे घर से मिलती है दूसरी स्कूल से जो हमे गुरु देता है |

शिक्षक दिवस हम इसीलिए मानते है की हम अपने गुरुओ को सम्मान दे सके ,उनका आदर कर सके |

उन्ही  गुरुओ के सम्मान मे मैंने कुछ लाईने लिखी है , जो इस शिक्षक दिवस पर शिक्षको को समर्पित है ----


आज का दिन है पावन ,आज है शिक्षक दिवस |
आज का दिन है मनभावन ,आज है शिक्षक दिवस |

त्याग ,करुणा और क्षमा की ,
ज्ञान बुद्धि अरुणिमा की ,
ज्ञान घाट के के परिक्रमा की ,
आज खिलता ज्ञान उपवन 
आज का दिन है पावन , आज है शिक्षक दिवस |

हम सब है विद्यार्थी ,
हम सब है शिक्षार्थी ,
जो दे रहा है ज्ञान हमको,
आज शत -शत उसको नमन 

आज का दिन है पावन ,आज है शिक्षक दिवस |
आज का दिन है मनभावन ,आज है शिक्षक दिवस |








हम बच्चे !
करते है नमन इस दिवस को ,
शिक्षक मेरे भगवान जैसे ,
गढ़ते है मूरत धैर्य से 
जीवन की हमारे ...... 
प्रेम से पुचकार से ,
डाट से फटकार से । 
माजते मन को हमारे , 
साजते तन को हमारे ,
तराश कर स्वर्णिम भविष्य ,
कर देते हमको सफल ... 
कि ,मिले जीवन भर हमे ,
सुख -शांति का मीठा फल |

हम बच्चे ! 
करते है नमन ,इस दिवस को ,
शुद्ध -बुद्ध ज्ञानमय शिक्षक  दिवस को |||




रविवार, 20 सितंबर 2015

जीवन का मूल्य ........ कोशिश

                                              जीवन का मूल्य .... कोशिश 



 हमेशा हमारे जीवन मे कुछ न कुछ बदलता रहता है , कभी भी ये जीवन एक जैसा नहीं रहता | परिस्थितिया 

एक जैसी हमेशा नहीं रहती |  जीवन मे सफलता -असफलता ,लाभ -हानी, जय- पराजय के अवसर एक मौसम 

के  समान है , कभी कुछ भी स्थिर नहीं रहता | जिस तरह इंद्रधनुष के लिए धूप और बारिश दोनों की जरूरत

 पड़ती है , बिलकुल उसी तरह ये जीवन भी सुख -दुख का संगम है | और एक पूर्ण व्यक्ति बनाने के लिए हमे  

जीवन के सभी अनुभवो से गुजरना पड़ता है | 

हमारे जीवन मे अच्छा वक्त भी और बुरा वक्त भीआता  है ,सुख भी है दुख भी है | जहा अच्छा वक्त हमे  सुख 

और शांति देता है वही बुरा वक्त हमे मजबूत बनाता है | हम अपने जीवन मे सभी परिस्थितियो को नियंत्रण मे 

तो नहीं रख सकते पर एक सकारात्मक सोच के साथ उसका सामना तो कर ही सकते है |


कभी भी अपने किसी भी असफलता से घबरा कर  अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ना  चाहिए  कभी भी घबरा कर
 अवसाद मे नहीं जाना चाहिए |

अगर हम इतिहास को देखे तो ऐसे कई उदाहरण हमे मिल जाएंगे जो अपने जीवन मे कई बार असफल हुये 

लेकिन हार  नहीं मानी और अपने लक्ष्य को नहीं छोड़ा इसलिए बाद सफलता ने उनके कदम चूमे |

मित्रो , हर रात के बाद सुबह होती है , और वो सुबह हमेशा  एक नई जोश के साथ आती है कुछ नया करने के लिए | 
जिंदगी हसाती  भी है और रुलाती भी है |अगर हमारे अन्दर कुछ करने की चाह है तो सफलता हमेशा हमारे साथ

रहेगी | जिंदगी भी उसी के आगे सर झुकाती है जो हर हाल मे आगे बढ़ना चाहता है , आखिर जीवन मे कौन सा 

ऐसा काम है जो इंसान नहीं कर सकता बस हमे हिम्मत रखनी होगी , आज नहीं तो कल हमे अपना लक्ष्य जरूर
 प्राप्त  होगा |

अगर हम बीच मे रुक गए तो हमे हमेशा अफसोस रहेगा की काश ! मैंने कोशिश  की होती | इस काश को अपने जीवन से हटाकर आगे बढ़ते रहना  है|

दोस्तो, हमे अपना लक्ष्य सोचकर आगे बढ्ना  चाहिए | वो कहते है ना ----"लहरों के डर से नौका पार नहीं होती

 ,कोशिश करने वालों की हार नहीं होती " इस मंत्र को अगर हम अपने जीवन मे उतार ले तो हम हर मुश्किल  को पर कर लेंगे |

इसलिए हमे हर समय कोशिश करते हुये आगे बढ़ते रहना  चाहिए ....... सफलता आपके पास होगी |




रविवार, 13 सितंबर 2015

खामोशी ......और खामोशी |

                                                              "खामोशिया  ...."

खामोशियों मे डूबी ये जिंदगी ,महफिल को तरस गयी है ,

याद तुझे करते -करते मेरी आंखे बरस  गयी है |

तेरी यादों का मौसम कभी न खत्म होने वाला मौसम है ,

तेरे ना  होने का एहसास ,दिल को सताता रहता है ,

खामोश रह कर तुझे ही याद करता है |

तेरी हर आहट मेरी खामोशी को तोड़ती है,

मगर फिर वही आहट मेरी खामोशी बन जाती है |

और फिर एहसास होता है तुम तो हो ही नहीं ,कही नहीं हो .... 

और फिर मेरी जिंदगी खामोशियो  मे डूब जाती है | 

पंख कहा बिकते है ......................मेरे हमदम

                                                           " मेरे हमदम "


पंख कह बिकते है , मेरे हमदम, 

बोलो खरीद कर दोगे ......
मै उड़ना चाहती हू ,

अंबर से भी ऊंचे तक |

वक्त कहा रुकता है मेरे हमदम ,

बोलो पता लाकर दोगे ............ 

मै उसे रोकना चाहती हू ,

तुम्हारे दर पर आने तक |

ये, आँसू कहा गिरते है मेरे हमदम ,

बोलो मुझे बताओगे ............ 

मै सब आँसू लेना चाहती हू ,

आंखो के पोर सुखने तक |

प्यार , कैसे देते है मेरे हमदम ,

बोलो मुझे दोगे .........

ढेर सा प्यार लेना चाहती हू ,

देना चाहती हू अपनी जीवन के अंत तक | 

शनिवार, 12 सितंबर 2015

जीवन का मूल्य ......सच ....

                                                       "सच और जीवन "



आज अगर हम अपने जीवन शैली पर गौर करे तो हमें पता चल जाएगा कि हम अपने संस्कारों से कितना दूर

होते जा रहे हैं। हर तरफ झूठ और अहकांर की लड़ाई हो रहीं है , हर इंसान कुछ ढूंढ रहा है और उसको वो मिल

नही रहा है तो वो और परेशान हो रहा है।

हमारे जीवन का मतलब क्या रह गया है हम सिर्फ अपने आप से भाग रहे है | बोल झूठ रहे है पर सच की खोज
 मे भाग रहे है |

जीवन का मूल्य सच बोलना  ही है लेकिन अगर सोच कर देखे तो हम कितना झूठ बोल रहे है | झूठी जिंदगी जी

रहे है , सच तो कही  गायब सा होता जा रहा है |

सच को जीवंन का मूल्य इसलिए बताया गया है ,क्योकि सच ही जीवन है | सच के साथ चलना ही जीवन है

अगर हम सच के रास्ते पर है तो भगवान भी हमारे साथ है |

कहते है सौ झूठ बोलना पड़ता है सिर्फ एक सच को छुपाने  के लिए ...........

बच्चे कभी भी जूठ नहीं बोलते है क्यो? क्योकि उनको जूठ के बारे मे पता ही नहीं है कि जूठ होता क्या है |

उनको जूठ बोलना तो  हम सीखाते है |

हम सिर्फ एक पूरा दिन सच के साथ गुजार  कर देखे तो हमे  पता चल जाएगा कि हम अपने जीवन मे क्या
 खोज रहे  है |   हमारा मन शांत हो जाएगा ,चेहरे पे एक तेज  आ जाएगा ,और जीवन भी खूबसूरत लगने लगेगा| |
  सिर्फ एक दिन सच के साथ...................|

जीवन ...........बहुत ही खूबसूरत है...

                                                     " जीवन की खूबसूरती "



ये जीवन बहुत ही खूबसूरत है |  ये जीवन आनद और खुशियो से भरा हुआ है ,हर तरफ मस्ती और खुशिया फैली

 हुयी है |  लेकिन ये जीवन  कभी भी एक समान नहीं रह सकता ,कभी भी एक जैसा नहीं रह सकता ,अगर आज 

ह्मे  खुशी मिली तो कल हमे दर्द भी मिल सकता है | जिसका सामना करने के लिए हमे हमेशा तैयार रहना 

चाहिए |

दुख से घबराकर कभी भी हमे हिम्मत नहीं हारना चाहिए | एक अच्छी सोच रख कर हमे दुख का सामना करना

 चाहिए , क्योकि अगर दुख आया है तो उसका अंत भी जरूर होगा | 

 अगर हम एक बच्चे का उदाहरण ले तो ह्मे जीवन का मतलब मिल जाएगा क्योकि एक बच्चा हमेशा आज मे

जीता है उसको हर एक चीज अभी और आज ही चाहिए होती है | उसकी पूरी दुनिया एक छोटे से खिलौने मे 

सिमटी होती है और वो हर सुबह उसी के साथ उठता  है उसी के साथ सोता है | वो हर पल खुश रहता है उसके

जीवन मे कल का कोई मतलब ही नहीं है | 

तो फिर हम बच्चे जैसे क्यो नहीं बन पाते हमारे पास जितना है हम उसमे खुश क्यो नहीं रह पाते ? ह्मे हमेशा 

ज्यादा पाने की ललक क्यो रहती है ?, हम हमेशा किसी के साथ तुलना क्यो करते रहते है ? भगवान ने जितना

 दिया हम उसको स्वीकार कर के भगवान को ध्न्यवाद क्यो नहीं कह पाते ? 

हमेशा भगवान को ध्न्यवाद कहना चाहिए | 

ह्मे हमेशा मुस्कराते रहना चाहिए हर हाल  मे , हमेशा  अच्छा सोचना चाहिए , दुख को भूल कर खुशी का 

एहसास करना चाहिए | फिर देखना जिंदगी अपने आप खूबसूरत हो  जाएगी |







रविवार, 6 सितंबर 2015

मेरी तन्हाई......... और तुम ...

जब हम अकेले होते है तो हुमे सिर्फ अपने हमदम की याद आती है | जो हुमसे किसी कारण वश बिछड़ गया है | वो तो चला गया रह गयी तो सिर्फ उसकी यादे और हमारी तन्हाई .......





मै और मेरी सिर्फ तन्हाई , यही तो है मेरे पास...........

मेरी जिंदगी मेरी तन्हाई |
मै जी रही हूँ सिर्फ  अपनी तन्हाइयों के साथ ॥
सब चले जाते है साथ रहती है तो सिर्फ मेरी तन्हाई ....
तन्हाईयो का इस कदर आलम है ,मेरी जिंदगी मे ....
कि, महफ़िल  कि मुझे कोई आस नहीं ... मै जीना चाहती हू  सिर्फ अपनी तन्हाईयो के साथ |
इन तन्हाईयो मे सिर्फ तुम हो और तुम्हारी यादे .... याद आती है तो  सिर्फ तुम्हारी .........
पर तुम तो कही हो ही नहीं ,............................
आज फिर से मै तुम्हारा इंतजार कर रही हूँ,आज फिर मै अपने आँचल को समेटते हुये बालो 
को लपेटते हुए , सपने मे खो जाना चाहती हूँ 
सिर्फ......  इस इंतजार मे कि तुम हकीकत मे ना  सही सपनों मे ही... 
आ तो जाओ और मै तुम्हें अपने पालको मे बंद कर लू हमेशा के लिए ..............॥ 

शनिवार, 5 सितंबर 2015

तुम्हारी यादें ....गुलाब की फूलो ....

गुलाब की फूलों सी तुम्हारी यादें ...
ऐसा फूल जो सूखने के बाद भी बिखेरता है खुशबू...और एक फूल
किसी के प्यार........... की निशानी बनकर
पड़ा रहता है बंद किताबों में...........
गुलाब के फूलो सी तुम्हारी यादें
तुम्हारी यादो की खुशबू बिखरी है
हर तरफ.....इसलिए मैंने तुम्हारी यादो को बंद कर लिया है अपने दिल की किताब में ......
सजो लिया है अपने मन के पन्नों मे ... क्योकि गुलाब के फूलो सी है तुम्हारी यादें .........
मैं उन पन्नों को रोज़ पलटती हूँ तो
तुम्हारे प्यार की खुशबू से भर जाता है मेरा ये तन और मन और खिल उठते है फिर से तुम्हारी मुहब्बत के कई गुलाब,
बहार आ जाती है फिर से मेरे ख्यालों के बाग मे ......
क्योकि मैंने सजा रखे हैं मन मे
कुछ तुम्हारी यादों के गुलाब ..........
क्योकि गुलाब के फूलो सी है तुम्हारी यादें ......।।।

एहसास ......तेरे प्यार का.....।




 एक हल्की सी आहट तेरा,
 एहसास करा जाती है,
और वो एहसास तेरी
याद दिला जाती है।
ये हवाँ के झोके तेरा,
एहसास कराते हैं .....
तेरी खुशबू से भरा मेरा ये आलम,
तेरे प्यार से भरा ये मेरा मन ,
हर पल तुझे ढुढंता है ............
तुझे चाहता है,तुझे मांगता है।
नजरे तुझे देखना चाहती हैं, तुझे
पलकों मे बंद कर लेना चाहती है,
ताकि .....मैं तुझे ढेर सारा प्यार ,
कर सकूँ ........अपने जीवन के अंतिम
सासं तक....... अनंत तक ।।।

गुरुवार, 3 सितंबर 2015

मेरी प्यारी माँ ..............माँ आज तुम बहुत याद आई ...

…माँ जैसी इस संसार में कोई नहीं है न तो उसके जैसी खूबसूरत और न ही समझदार न ही निश्छल प्यार करने वाला कोई है , भगवान की सबसे खूबसूरत देंन है वो है। … माँ  ।   भगवान  का प्रसाद है.....  माँ  ।


आज अचानक  आसुओ की धार निकल पड़ी , बैठे - बैठे    मै यु ही रो पड़ी… 
क्योकि माँ  आज तुम बहुत याद आई..... 

तुम्हारा आँचल याद आया ,तुम्हारा स्पर्श याद आया,
इसलिए माँ आज तुम बहुत याद  आई.……  

जबसे तुमसे  दूर हुई हूँ  मै  कितनी मजबूर हुई हु,   
शायद इसलिए माँ आज तुम बहुत याद आई.…। 

आज मै बहुत अकेली हूँ  ,ढूढ़ रही हूँ .…  तुमको यादो में.…  अपनी निदो  में अपनी ख्वाबो में 
शायद आ जाओ मेरे सपनो में ,आकर अपना स्पर्श दे दो, अपना आँचल दे दो 
दो बातें  कर लो आकर.… मै धन्य हो जाऊ तुमको फिर से पाकर ,
सपनो में सही माँ पर आ तो जाओ .......  माँ मेरी प्यारी माँ   तुम ही तुम हो बस यादो में ……
इसलिए  माँ तुम आज बहुत याद आई। 

भगवान ने हमें इतनी खूबसूरत जिंदगी प्रदान की हुई है ! पर  हम कभी-कभी इसकी कीमत मत नहीं समझते है और आधी जिंदगी यु ही बर्बाद कर देते है, जब  होश आता है तो बहुत देर हो चुकी होती है !

  • हमे हमेशा अपने साथ-साथ  बारे में भी सोचना चाहिए ,   दुसरो के लिए कुछ करने के बाद जो सुकून और चैन जीवन में मिलता है वो  कही नहीं  मिलता है !   सदा अच्छे विचार के साथ दिन की शुरुआत  चाहिए ! सब कुछ तो भगवान ने पहले से निर्धारित कर के रखा है हमे तो बस कर्म करना है कर्म करते जाओ फल तो भगवान देगा ही ,कर्म से कभी  भी पीछे नहीं हटना चाहिए ! जीवन में  घबराकर परेशान नहीं होना चाहिए ! सुख और दुःख तो जीवन के दो हिस्से है एक आएगा तो दूसरा जायेगा दोनों सिक्के के दो पहलु है कभी भी एक साथ नहीं  रह  सकते ! अगर हमने सुख को भोगा   है तो दुःख को भी झेलने के लिए तैयार  चाहिए ! एक  सुखी  और शांत  जीवन हमे तभी मिलेगा जब हम हर पल तैयार   रहेंगे जीवन को जीने के लिए ,कभी भी हिम्मत हर कर जिंदगी से मूह नहीं मोड़ना चाहिए डट कर सामना करना चाहिए जीवन अपने आप खूबसूरत बन जायेगा !



बुधवार, 2 सितंबर 2015

बेटी पर कविता...फूलो सी कोमल.....

......बेटी भगवान की सबसे खूबसूरत दें है ......... कहते है बेटी तभी पैदा होती है जब भगवान बहुत खुश होता है |
चंद लाइन बेटी के ऊपर ............




.....फूलो  सी कोमल होती है बेटियाँ , हिम्मत से हर बोझ ढोती है बेटियाँ !

कभी दुर्गा ,कभी टेरेसा बन ,शक्ति और प्यार को पिरोती है बेटियाँ !

हर फसल प्यार की बोटी है बेटियाँ ,फिर क्यो सिसक -सिसक कर रोटी है बेटियाँ !

जब अन्तरिक्ष मे उड़ान भर्ती है बेटियाँ , फिर क्यो पेट मे मार्टी है बेटियाँ !

मिट्टी की खुसबु सी होती है बेटियाँ , घर की महक होती है बेटियाँ !

सत्यम ,शिवम ,सुंदरम सी होती है बेटियाँ !

बेटी पर कविता.................

बेटी को आप या आरती का दिया कहिए या पुजा की थाल ॥बेटी हर तरह से पवित्र होती है | उसके लिए मै जितना भी लिखू कम है ............


...एक रेशम की जरी, एक जऩत की परी जिसे कहते है बेटी!
एक पूजा की थाली,एक आरती का दिया,जिसे कहते है बेटी!
एक रेशम........
यही सीता,यही मरियम,
यही मनू ,यही मलाला !
सीख ले जहाँ इनसे कुछ,
इनको कहते है बेटी।
एक रेशम......
यही लता, यही शुषमिता,
हर तरफ इनका नाम है,
हा , यही मैरिकामॅ हैं।
एक रेशम.....
जब हो बेटी का जनम,
चादँ पर रख दे कदम,
फिर क्यो रहती है डरी,
एक जन्नत की परी ,
जिसे कहते हैं बेटी।
आओ इनको प्यार दे,
क़यो हम इनको मार दे,
आज हमारी छावँ है,
कल हम इनको छावँ दे!
माँ, बहन , पत्नी है ये,
जिसे कहते है बेटी।
एक रेशम की ......