गुरुवार, 3 अक्तूबर 2019

रास्ता ....








वक्त का एक तूफां ऐसा आया 
सब कुछ उड़ा कर ले गया 
एक कारवां जो अभी रास्ते पर भी नहीं चला 
वो रास्ता जाने कहा खो गया 
एक सैलाब ऐसा आया जो सब कुछ बहा कर ले गया 
जिंदगी का हंसी हर वो पल जिसे मैं 
ढूँढती रही खोजती रही 
वक्त के साथ वो पल कही बह गया 
जिंदगी का वो रास्ता जिस पर हम दोनों चलते 
वो रास्ता भी कही खो गया 
मेरे कुछ सपने जो सिर्फ मेरे थे 
वो सैलाब के साथ जाने कहा बह गए 
मैं  फिर बैठी रह गयी अपना 
सब कुछ गवां कर रह गयी 
मेरे साथ तो सिर्फ मेरी तन्हाई और तुम्हारी  यादे