बुधवार, 29 अगस्त 2018

ये आँखे बिन पूछे



यूँ तो ये आँखे बिन पूछे 
बहुत कुछ कह जाती है 
तेरी चाहत में ये आँखे 
अपना दर्द बयां कर जाती है,
और... यादें आँसूं बनकर यूँ  ही 
बह जाती है, 
सोचती हूँ... अगर आंसूँओं से मिट 
जाती तेरी यादें, 
तो जी भर के रो लेती ये आँखे 
सोचती हूँ... भूल जाऊ तुझे 
तेरी तस्वीर को मिटा दू इस दिल से 
मगर जो साँसों में बसा हो 
उसको भूलू कैसे 
बिन तेरी  यादों के जियूँ कैसे 
मुद्दत हो गयी तेरी यादों में जागते हुए 
आँखों में बसे हो तुम तो मैं  सोऊँ  कैसे 
एक बार आ जाओ हकीकत बनकर 
कर लूँ  मैं तुझसे बेइंतेहा मुहब्बत 
और सो जाऊ तेरे दामन में हमेशा के लिए....!

मंगलवार, 28 अगस्त 2018

मेरा सुकून







आज भी सुकून तभी मिलता है 
जब दिल तुझे याद करता है 
सुकून मिलता है तुझे महसूस करके 
चैन मिलता है तेरी यादों में जाकर 
मै तेरी यादों से बाहर निकलू कैसे 
तुम मेरी सोच के हर दहलीज़ पर खड़े हो 
रात होते ही आंखों में उतर आते हो 
दिन होते ही सांसो में बस जाते हो 
धड़कते रहते हो दिल बनकर 
साँसों में बसे हो ख़ुश्बू बनकर 
रह न जाए अधूरी हमारी चाहत 
इसीलिए ..... 
सजाते रहना मेरी नींदे ख़्वाब बनकर 
जगाते  रहना मेरे अरमान प्यार बनकर...! 

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

मेरी आदत.....




ये जो आँखे है मेरी मुझसे शिकायत करती है, 
क्योकि..... 
इन्हे तुझे देखने की आदत हो गयी है,
तुझे याद करके रोने की आदत हो गयी है। 
 
ये जो दिल है मेरा मुझसे कहता रहता  है,
क्योकि.... 
इसे तेरे नाम पर धड़कने की आदत हो गयी है, 
तेरी हर आहट पर मचलने की आदत हो गयी है। 

ये जो लब है मेरे अब खामोश हो गए है,
क्योकि.... 
इन्हे तेरी बाते करने की आदत हो गयी है,
इन्हे तेरी इबादत करने की आदत हो गयी है।  

ये जो साँसे है मेरी, महकना भूल गयी है,
क्योकि..... 
इन्हे तेरी खुशबू लेने की आदत हो गयी है,
तेरी साँसों की खुशबू में घुल जाने की आदत हो गयी है। 

ये तो मुझसे शिकायत करते है, पर मैं  किससे करू शिकायत, 
क्योकि.... 
मुझे तो तेरी यादों में जीने की आदत हो गयी है। 

बुधवार, 8 अगस्त 2018

तेरा मेरा रिश्ता




तेरा मेरा रिश्ता ऐसा  है 
जैसे की  फ़ूलो का खुशबू से 
वैसे ही बनकर सुगंध तू 
मेरी साँसों में बिखर जाता है ,

तेरा मेरा रिश्ता ऐसा  है 
जैसे की रात और चाँद का 
बनकर चांदनी तू मेरे अँधेरे 
जीवन को रोशन कर जाता है, 

तेरा मेरा रिश्ता है ऐसा 
जैसे की पत्तो का औंस की बूंदो से 
जो सूरज के आते ही उसके 
आगोश में सो जाते है, 

तेरा मेरा रिश्ता है ऐसा  
जैसे की ख़्वाब का आँखों से 
आँखे मूंदते ही तू ख्वाबों 
में मेरी  बस जाता है, 

तेरा मेरा रिश्ता है ऐसा  
जैसे की दिल का धड़कन से 
साँसों से उतर कर दिल में 
तू धड़कता रहता है....|  

सोमवार, 6 अगस्त 2018

वो शाम कभी नहीं आती





कट जाती है हर शाम मेरी 
यूँ ही तेरे इन्तजार में  कोई
तो ऐसी शाम हो जिसमे तुम आओ  
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

बैठे हो हम हाथो में हाथ डालकर 
देखे डूबते सूरज को 
खो जाये शाम की आगोश में 
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

किसी शाम हम करते रहे बातें 
और वक्त बीत जाये ऐसे कि 
सुबह से शाम हो जाये
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

किसी एक शाम  दे दो तुम मुझे इज़ाज़त 
अपने पहलू में बैठने की 
आँखों से दिल में उतरने की 
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

किसी एक सुहानी शाम को 
गुनगुनाऊं मै तुम्हारे प्यार के गीत 
जी लूँ तुम्हारे साथ 
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

तुम्हारे एक शाम की इंतज़ार में 
न जाने कितनी मेरी शाम गुजर जाती है 
मैं  सोचती रहती हूँ  कि भर दूँ मैं 
अपने प्यार के  रंग से 
तुम्हारी किसी एक शाम को 
मगर वो शाम कभी नहीं आती 

शुक्रवार, 3 अगस्त 2018

तुम मिले




तुम मिले तो दोस्ती का नया रूप मिला 

तुम मिले तो प्यार का गुलदस्ता मिला 

तुम मिले तो खुशियों का खजाना मिला 

तुम मिले तो नया जमाना मिला 

तुम मिले तो सब कुछ नया लगने लगा 

तुम मिले तो ये दिल धड़कने लगा 

तुम मिले तो जीवन में बहार  आ गयी 

तुम मिले तो जीने की वजह मिल गयी 

तुम मिले तो सपने सजने लगे 

तुम मिले तो ख्वाब आँखों में बसने लगे 

तुम मिले तो रात  आँखों में कटने लगे 

तुम मिले तो प्यार की नयी परिभाषा मिली 

तुम मिले तो जीवन की नयी अभिलाषा मिली 

गुरुवार, 2 अगस्त 2018

खामोशियो की दास्ताँ








क्या सुनाऊ मै अपनी खामोशियो की दास्ताँ 
कितना कुछ खोया है खामोश रहकर 
सताया है मुझे मेरी ही  खामोशियो ने 
सुना था दिल की बातें  खामोश बयां होती है 
इसीलिए  मै  भी खामोश रही उसकी 
खामोशियों  के साथ.........  
उसकी ख़ामोशी मुझे खामोश कर गयी  
कहती रही मै  उससे  यूँ खामोश रहकर 
मुझे सजा मत दो 
कुछ तो अपनी लफ़्जो में बयां कर दो 
अगर तुम अपनी ख़ामोशी को लफ्ज़ दे 
पाते  तो मेरी ख़ामोशी भी समझ जाते 
जब भी तेरी याद आती है, 
मेरी आँखे नम कर जाती है 
तेरी ख़ामोशी मुझे तन्हा कर जाती हैं
खामोश रह गए तुम और मै 
और खो गया हमारा प्यार 
हमारी खामोशियों में......