मंगलवार, 28 अगस्त 2018

मेरा सुकून







आज भी सुकून तभी मिलता है 
जब दिल तुझे याद करता है 
सुकून मिलता है तुझे महसूस करके 
चैन मिलता है तेरी यादों में जाकर 
मै तेरी यादों से बाहर निकलू कैसे 
तुम मेरी सोच के हर दहलीज़ पर खड़े हो 
रात होते ही आंखों में उतर आते हो 
दिन होते ही सांसो में बस जाते हो 
धड़कते रहते हो दिल बनकर 
साँसों में बसे हो ख़ुश्बू बनकर 
रह न जाए अधूरी हमारी चाहत 
इसीलिए ..... 
सजाते रहना मेरी नींदे ख़्वाब बनकर 
जगाते  रहना मेरे अरमान प्यार बनकर...! 

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