शुक्रवार, 4 मई 2018

काश......




काश......   मेरे दिल की बात दिल में रह जाती 

तो  मिलकर हम कभी ना बिछड़ते 

आँसूओं से अपनी रातें ना भिगोते 

काश ..... हम अनजान होते ... 

तो मुलाकात होती, हमारी बात ना होती 

मिलने को   हम   ना तरसते ..... 

काश..... हमने एक दूसरे को देखा ना होता 

तो ख्यालों में ही मिलते, पास होने का एहसास होता  

 हम  कभी  दूर होते ..... 

काश..... दिल की बात दिल में रह जाती,

तो कोई दर्द नहीं होता, कोई ग़म नहीं होता 

कोई बात नहीं होती, कोई जज्बात नहीं होता 

काश.... तू मेरा प्यार नहीं होता 




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