गुरुवार, 17 सितंबर 2020

फिर चलो....

 


तुमने कहा तुम अकेले हो 

तो हम भी तो तनहा है 

फिर चलो.... 

पहले जैसे  आज भी मिलते हैं  

एक दूसरे का हाल पूछते है 

कुछ तुम कहो कुछ मैं 

बयां करे  अपने दिल का हाल 

करे एक दूसरे का पहले जैसा  ख्याल 

मुस्करा उठेंगे लव भी हमारे 

खिल उठेंगे दिल भी हमारे  

जी लेंगे हम दोनों फिर से एक लम्हा 

दूर चली जाएगी तन्हाई 

गम को छोड़ो दूरियों को हटा दो 

पास बैठो दो पल                 

उस पल में जिंदगी बीता लो 

कोई शिकवा करो 

शिकायत 

हमारे दरमियाँ हो बस 

मुहब्बत ही मुहब्बत .... |

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें