सोमवार, 7 अगस्त 2017

तुम्हारी याद आती है .....




कितना याद करता है मेरा दिल तुझको,

तुझे याद करके बहुत रोना आता है ....!

जब भी मुस्कुराती हूँ दिल भर आता है,

जीती हूँ  तुम्हारे यादो के साथ, 

तुम्हारी बातों के साथ,

तुम्हारे साथ गुजारे हुये  उन लम्हो के साथ,

हर पल तुम्हारी  चाहत की भीनी  सी  खुशबू

साँसो मे भर आती है……,
  
याद दिलाती है तुम्हारी और तुम्हारे प्यार की,

एहसास कराती है तुम्हारे होने का.......,
  
दिल को समझाती हूँ,  फिर एक बार मत याद कर उसे……

उसकी उन यादो को, उन बातों को ...उसकी उस भीनी खुशबू को

रहने दे उसे दिल मे ही मेरे साथ, 
 
मुस्कुराते है जब भी मेरे लब  आँख भर आती है....

क्यो....दिल को तेरी इतनी याद आती है,  

जबकि......वाकिफ़ हूँ  मै तुझसे तेरी मजबूरीयों से

फिर भी दिल को बहुत रोना आता है......

कर लू मै लाख कोशिश खुद को और इस दिल को समझाने  की

पर ये तो तेरा ही होना चाहता है .....

तुझे याद करके  बहुत रोना आता है ....!

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