शुक्रवार, 12 अक्तूबर 2018

माँ जैसा कोई नहीं,

जिंदगी की धुप में छाँव का रूप है माँ 
धरा पर ईश्वर का स्वरुप है माँ,

हमारे जीवन की अभिलाषा  है माँ 
हम एक शब्द है तो पूरी परिभाषा है माँ, 

बड़े ही जतन  से पालति है माँ 
हमारी हर मुश्किल हर लेती है माँ, 

हमारा सम्मान है और अभिमान है माँ 
ईश्वर का प्यारा सा वरदान है माँ,

संवेदना है, भावना  है, एहसास है माँ 
फूलो की खुशबू का आभास है माँ, 

त्याग है, तपस्या है, सेवा  है माँ
पूजा की थाली तो मंत्रो का जाप है माँ, 

माँ जैसा कोई नहीं, सबसे प्यारी और न्यारी है माँ 
हमारी खुशियों की फुलवारी है माँ...|  

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