सोमवार, 18 नवंबर 2019

फुर्सत हो तो चले आना






कभी फुर्सत हो तो चले आना 
अपनी व्यस्तताओं से समय निकाल कर 
कुछ पल उधार  दे देना 
उस एक पल में  गुजार  लेना पूरी जिंदगी मेरे साथ 
कुछ मेरी  सुन लेना कुछ अपनी सुना देना 
जैसे मिले थे हम  पहली बार 
मिलेंगे फिर एक बार उसी 
शर्मो हाय के साथ 
लब्ज़ों को खामोश रखकर 
सुनेंगे एक दूसरे की खामोशियो को 
महसूस करेंगे एक दूसरे की धड़कनो को 
जी लेंगे एक दूसरे के एहसासो के साथ
चुरा लेंगे कुछ फुर्सत के पल एक दूसरे के  लिए 
ढूंढ लेंगे कुछ सवालो के जवाब एक दूसरे से 


कभी फुर्सत हो तो चले आना.....| 

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