रविवार, 25 मार्च 2018

कितनी राते बीत गयी





तुमसे जुदा हुये मन मीत

कितनी राते बीत गयी....

पथ मे तेरे आँख पसारे

कितनी राते बीत गयी....

वक्त भले ही गुजरा हो

 तस्वीरों पर  कोई धूल नहीं है...|

यादें अब भी ताजा है...

दिल मे अब भी प्रीत वही हैं....

पलको पर मोती उलझाएँ...

कितनी राते बीत गयी....

किस्मत मेरी ऐसी रूठी....

वादे टूटे, कसमें झूठी....

मुझसे कितने दूर गए तुम....

पर, मिलने की आस न छूटी....

मन के महल मे दीप जलाए....

कितनी राते बीत गयी.....|


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