शनिवार, 7 सितंबर 2019

बारिश की बूंदे






तेरा प्यार था या बारिश की पहली बूंदे
भिगो तो गयी मुझे पर रुक न सकी
जब भी  आती है बारिश तुम्हारी याद लेकर आती है
हर बूँद से सिर्फ तुम्हारी याद आती है
बारिश जैसे ही तेज़ होती है
धड़कन तेज हो जाती है
हर धड़कन से सिर्फ तुम्हारी आवाज आती है
बारिश का ये मौसम तेरी याद दिलाता है
तेरे साथ होने का एहसास दिलाता है
तेरी खामोशी और बारिश की छम छम
दोनों ही दिल को दर्द दे  जाती है
हर तरफ सिर्फ  तेरे प्यार की आवाज आती है
कितना चाहा रोक लू तुम्हे बंद कर लूँ दिल में
लेकिन तुम भी चले गए उन बारिश की बूंदो की तरह
जिससे हथेली तो गीली हो गयी पर रुक न सकी

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