शनिवार, 14 सितंबर 2019

मेरे शब्द




मेरे कुछ शब्द 
बिखरे है  यहाँ वहा 
कुछ किसी पुरानी कॉपी के आखिरी पन्नो पर 
कुछ  कागज के किसी कोनो पर 
कुछ डरे हुए कुछ सहमे हुए से 
मेरे कुछ शब्द 

कुछ मेरी सोच में 
कुछ मेरी जहन में 
कुछ गुजरे  हुए कल  में
कुछ बीते हुए पल में पड़े है 
मेरे कुछ शब्द 

कुछ  मेरी आधी अधूरी  कविताओं में 
कुछ  मेरी आधी कहानियो में 
कुछ टूटे हुए कुछ बिगड़े हुए 
कुछ सवरे हुए पड़े है 
मेरे कुछ शब्द 

मेरी आंसूओ में भीगे हुए कुछ शब्द 
तेरी याद में रोते  हुए कुछ  शब्द 
तेरी ख्वाबो में  डूबे हुए कुछ शब्द 
मेरे दर्द को बयां करते हुए पड़े है 
मेरे कुछ शब्द 

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