मंगलवार, 4 जून 2019

वक्त ठहर सा गया है






वक्त ठहर सा गया है बीत जाता तो अच्छा था 
तेरा दर्द आँखों से बह जाता तो अच्छा था 

एहसास रहता है दिल में  तेरी यादो का 
ये एहसास दिल से निकल जाता तो अच्छा था 

मेरी ख्वाबो में तू ही बसा रहता है 
तेरा ख्याल दिल से निकल जाता तो अच्छा था 

तो तुम मिलते हो ना ही दिल को सुकून 
ये बेकरारी दिल से निकल जाता तो अच्छा था 

दिल सोचता है तुम आओगे जरूर एक बार 
मेरा ये भ्रम टूट जाता तो अच्छा था


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