बुधवार, 19 जून 2019

तेरा प्यार







हर तरफ सिर्फ तू है और तेरा प्यार
लाती हूँ जब भी तुझे खयालो में 
महसूस करती हूँ जब भी तुझे अपनी बाहों  में
सामने तू होता है और सिर्फ तू ही होता है
रहती है कुछ कश्मकश सी 
कैसे शुरू करू, कहा से शुरू करू
तुझसे बाते करू या तुझको देखूं 
देखूँ तेरी  आँखों को  जो सागर  है मेरे प्यार का
घुल  जाऊं  उसमे प्यार का एक बूँद बनकर  
या सिर्फ छू लूँ  तेरे चरणों  को जहां तर्पण है जान मेरी 
कर दू अपना सब कुछ अर्पण अपने प्रियतम को
हर सांस में बसा गया है तू इस क़द्र
कि खुद से भी तेरे हिस्से की ही बाते  करती हूँ 
तू दूर है फिर भी  हरदम मेरे पास है
तेरे प्यार का हर पल  एहसास है क्योकि...
हर तरफ  सिर्फ तू है और तेरा प्यार ......


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