शनिवार, 21 अगस्त 2021

कुछ बदल सा गया है ......

 





आज खुद को देखा आईने में 

कुछ बदल सा गया है 

शायद बहुत कुछ बदल गया है 

कुछ अधूरा सा है 

कुछ खोया सा है 

क्या वो मुझे पता नही 

सिर्फ आईना बोल रहा है 

मैं सुन रही हूँ आईने की बात 

देख रही हूँ खुद को आईने में 

सोच  रही हूँ क्या बचा  है 

जो नही बदला है 

आईने ने कहा 

कुछ बचा कहा 

सब तो बदल गया है 

सपने बदल गए 

ख्वाहिशे बदल गयी 

चाहते बदल गयी 

जीने का मक़सद बदल गया 

वक्त ने सब बदल दिया 

सच कहा उसने सब 

कुछ तो  बदल गया ।

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