बुधवार, 23 जून 2021

तुमसे बिछड़ कर जीना ....



आसान नही था तुमसे 

बिछड़ कर जीना 

मगर शायद उतना

 कठिन भी नही था 

जीना आसान कर दिया था 

तुमने खुद मेरा क्योंकि

तुम्हारी यादे मेरे पास है

तुम्हारे एहसास मेरे पास है  

तुम्हारे साथ बिताए हुए

पल के  साथ जीना

 उस पल को महसूस करना 

बहुत आसान था तुम्हारे बगैर जीना 

जानती हूँ कि तुम विलग हो 

कहीं दूर अपने में व्यस्त हो 

मगर मैंने यही महसूस किया 

हर वक्त तुम मेरे साथ हो 

मेरे दामन से बंधे हुए 

जब जब मैं शाम के 

ढलते सूरज को देखती हूँ 

तुम मेरे साथ हो 

जब जब दीप जलाती  हूँ 

उसकी रोशनी में तुम 

मेरे साथ हो 

जब भी रात में कोई जुगनू 

आकर मेरे पास चमकता है 

लगता है तुम कहीं आस पास हो 

चाँद अपनी चांदनी बिखेरता हुआ 

जब आंगन में उतरता है 

लगता है तुम मेरे पास हो 

सुबह की पहली किरण में 

तुम्हारा एहसास है 

फूलो की खुशबू में तुम्हारा प्यार है 

देखो तुम मुझसे विलग कहा हो 

तुम दूर होकर भी 

हर वक्त मेरे साथ रह कर 

मेरा जीना आसान कर देते हो ।

 

 

 

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