मंगलवार, 29 मार्च 2022

कभी टूट जाऊँ

 


कभी टूट जाऊँ 

तो संजो लेना मुझे 

कभी रूठ जाऊँ 

तो मना लेना मुझे 

भर आएं कभी 

आंखे मेरी         

तो हँसा देना मुझे 

बैठ कर बिताना 

कुछ पल मेरे साथ 

हमदम मेरे बस 

इतना करना कि       

गले से लगा लेना मुझे ।।

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