रविवार, 27 मार्च 2022

एक मोती तेरे ख्वाब का.....

 


समेट लिया है खुद को 

बरसो से कुछ इस तरह 

तुम मिलो तो बिखर जाऊं 

मोती बन कर सवंर जाऊं 

एक मोती तेरे प्यार का 

तुमपे वारु 

एक मोती तेरे एहसास का 

दिल मे रखूं 

एक मोती तेरे जज्बात का 

मन में सजा लूँ 

एक मोती तेरे ख्वाब का 

आंखों में बसा लूँ 

तेरे दामन के धागे से बांध लूँ 

मैं सारे मोती 

जोड़कर तुझसे रिश्ता 

उनको गले का हार बना लूँ 

तुम मिलूं तो निखर जाऊं 

बनकर इश्क तेरा सवंर जाऊं ।।

 

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